हैल्लो दोस्तों कैसे हो सब मैं नाभि का दीवाना हाजिर हु फिर एक नई और सच्ची नाभि इंजेक्शन की कहानी के साथ कहानी शुरू करने से पहले मैं बता दूँ की हम लोगों द्वारा भेजी सच्ची कहानी पोस्ट करना पसंद करते है आपके पास कोई नाभि इंजेक्शन से संबंधित कोई कहानी हो तो हमें भेज दीजिये हम पोस्ट कर देंगे किसी को नाभि में पियर्सिंग करवानी हो तो हमसे संपर्क करे तो दोस्तों अब कहानी शुरू करते है ये कहानी उतर प्रदेश की रहने वाली एक महिला की कहानी है तो आप उनसे ही सुन कर मज़े लीजिये
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम सुमन है मेरी उम्र 29 साल है मैं एक हाउसवाइफ हु और उतर प्रदेश के एक गांव में रहती हु मेरी शादी को 5 साल हो गए है मेरे परिवार में पति और ससुर जी है। मेरे पति और ससुर खेती करते है मैं भी उनका हाथ बांटती हु काम में। मैं ज्यादातर साड़ी पहनती हु गांव में वैसे भी साड़ी ही पहनी जाती है मैं साड़ी को अपनी नाभि से 3 इंच नीचे बांधती हु मेरा खुला पेट और नाभि सब देखते थे गांव में मेरी नाभि बहुत बड़ी और गहरी भी थी। मैं इन सब में ज्यादा ध्यान नहीं देती थी ससुर के सामने हमेशा घूँघट में ही रहना पड़ता था। ये घटना आज से 4 साल पहले की है ससुर जी घर पे ही थे मैं खेत में पति को खाना देकर घर आ रही थी की अचानक 2 गांव के आवारा कुत्ते मेरे पीछे लग गए और मेरे पैर में काट लिया सोभाग्य से मै घर के पास ही थी मैं चिल्लाई ज़ोर से तो ससुर जी आ गए उन्होंने मुझे संभाला और घर के अंदर लेकर गए। मेरे खून निकल रहा था तो वो बोले चलो बहु डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा और वो मुझे गांव के एक क्लिनिक में ले गए हमारे गांव में एक ही डॉक्टर था गांव वाले सब उनके पास ही जाते थे उनका एक छोटा सा क्लिनिक था जिसमे वो अकेले ही बैठते थे। डॉक्टर की उम्र 50 साल थी। वो ससुर जी को भी जानते थे ससुर जी ने कहा डॉक्टर साहब बहु को कुत्ते ने काट लिया मैं घूँघट में ही थी। डॉक्टर ने मुझे बैठाया और चेक करके बैंडेज लगा दी और बोले 3 इंजेक्शन लगेंगे अंदर जाकर लेट जाओ। मैं अंदर चली गयी ससुर जी बाहर बैठे थे। मैं अंदर जाकर डॉक्टर की तरफ पीठ करके लेट गयी। डॉक्टर आये हाथ में इंजेक्शन लेकर उसमे दवाई भरी और मुझे बोले सीधे लेट जाओ मैंने पूछा क्यों तो वो बोले इंजेक्शन पेट में लगेगा ये सुनकर मैं हैरान हो गयी क्यूंकि मैंने सुना था कुत्ता काटने पर इंजेक्शन अब पेट में नहीं लगते वो पहले लगते थे मैंने कुछ कहा नहीं और सीधे लेट गयी। मेरी साड़ी नाभि से 3 इंच नीचे थी। अब मेरा खुला पेट और गहरी नाभि डॉक्टर के सामने थी। मेरा पल्लू घूँघट से हट गया था। मैं डॉक्टर को देख रही थी मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था डॉक्टर ने इंजेक्शन रेडी किया और मेरे पास आये और बोले अपना घूँघट कर लो मैंने पूछा क्यों तो वो बोले तुम देखोगी तो अजीब लग रहा है.मुझे थोड़ी हंसी आ गयी मैंने घूँघट कर लिया। फिर उन्होंने एक पेन लिया और उसकी नोक से मेरी नाभि के बीचो बिच लगाया मैंने कहा ये क्या कर रहे हो आप तो वो बोले इंजेक्शन नाभि के अंदर लगेगा बीचो बीच तो पेन से निशान लगाया है मैंने ओके कहा और फिर मेरी नाभि को स्प्रिट और रुई से साफ किया और इंजेक्शन की सुई उस निशान पर लगा कर एक झटके से घुसा दिया नाभि के बीचो बीच मेरी जान ही निकल गयी मैं ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी बहुत दर्द हो रहा था डॉक्टर ने मेरा एक हाथ पकड़ रखा था और धीरे धीरे इंजेक्शन को दबा रहा था फिर उसने इंजेक्शन निकाल लिया और नाभि में रुई रख दी और बोलै इसे दबा कर रखना मैं उठ गयी पर अभी भी ऐसा लग रहा था जैसे इंजेक्शन नाभि के अंदर ही हो। मैंने कहा बहुत दर्द हुआ उसने कहा नाभि में ज्यादा दर्द होता ही है ये इंजेक्शन नाभि में ही लगेंगे मैंने कुछ नहीं कहा और बाहर आ गयी मैं घूँघट में ही थी नाभि मेरी पल्लू से ढकी हुई थी रुई अभी भी भरी हुई थी। फिर ससुर जी और डॉक्टर आपस में कुछ बात कर रहे थे। फिर हम घर आ गए डॉक्टर ने अगले दिन आने को कहा था। रात को मेरी नाभि में बहुत दर्द हो रहा था। इंजेक्शन वाली जगह पर निशान बन गया था। अगले दिन फिर मैं ससुर जी के साथ गयी। डॉक्टर को नमस्ते की उसने अंदर लेटने का इशारा किया मैं अंदर जाकर लेट गयी ससुर जी बाहर ही थे। मैं घूँघट में ही थी साड़ी नाभि से नीचे ही थी। मैं सीधी लेट गयी पेट और नाभि खुले ही थी। डॉक्टर अंदर आये इंजेक्शन भरने लगे। मुझे आज डर लग रहा था नाभि में पहले से ही दर्द था। डॉक्टर मुझसे बोले आप कल बहुत ज्यादा हिल रही थी और चिल्ला भी रही थी आज मत हिलना इंजेक्शन गलत लग जाता तो दिक्कत हो जाती कल इतना चिल्लाई थी मेरे पडोसी पूछने आ गए थे आपके जाने के बाद मैंने कहा डॉक्टर दर्द बहुत होता है क्या करती अपने आप ही चीख निकल जाती है। वो बोले यहाँ कोई है भी नहीं जो आपके हाथ पकड़ सके वो ससुर जी को बुलाने लगे हाथ पकड़ने के लिए मैंने रोक दिया मैंने कहा ससुर जी के सामने नहीं मुझे शर्म आती है तो वो बोले मैं हाथ पैर बांध देता हु कहो तो और कोई इलाज नहीं है आप हिल गयी तो इंजेक्शन गलत लग जायेगा मैंने सोचा यही ठीक है ससुर जी को बुला लेगा नहीं तो ये मैंने हा कर दी। उन्होंने तुरंत ही रस्सी उठायी जो बैड के नीचे रखी थी और मेरे दोनों हाथ और दोनों पैर बैड से बांध दिए मैंने सोचा इसने पहले से ही सब तैयारी कर रखी थी क्या तुरत ही रस्सी भी पास ही थी फिर मैंने सोचा हो सकता है मेरी ग़लतफ़हमी हो बांधने के बाद बोला अब चिल्लाने का कैसे करे मैंने कहा दर्द होगा तो चीख निकल ही जाएगी मैं क्या करू तो वो बोला मुंह बंद कर देता हु मैंने सोचा अब इसमें क्या दिक़्क़्क़त है मेरे लिए ही तो कर रहा है चिल्लाने से कोई आ गया तो अच्छा नहीं लगेगा गांव में वैसे भी जल्दी बात बन जाती है मैंने ठीक है बोला। उसने वही पास रखा एक सफ़ेद रंग का कपड़ा उठाया और उसे मरोड़ कर मेरे पास आया मैं घूँघट में बंधी हुई थी हिल भी नहीं सकती थी उसने ही मेरा घूँघट हटाया और मुँह खोलने को बोला मैंने जैसे ही मुंह खोला उसने वो कपडा पूरा का पूरा जबरदस्ती मेरे मुँह में ठूँस दिया मेरी तो एक दम से जान ही निकल गयी उसने घूँघट वापस कर दिया वो कपडा गन्दा था शायद उसने पहले भी किसी के मुंह में ठूंसा हो मुझे उलटी आने लगी पर मैं कुछ कर नहीं सकती थी। अब मैं बेबस थी न तो हिल सकती थी न ही बोल सकती थी न ही देख सकती थी। मुझे घूँघट में से थोड़ा बहुत ही दिख रहा था डॉक्टर ने मेरी नाभि में ऊँगली घुसाई फिर स्प्रिट से साफ किया और इंजेक्शन की सुई रखी नाभि के अंदर और एक दम से घुसा दी मेरी तो जान ही निकल गयी इस बार तो दर्द पहले से भी ज्यादा था अच्छा हुआ जो मुँह में कपडा था नहीं तो मैं बहुत चिल्लाती मेरी चीख अंदर ही दब गयी उसने पूरी सुई घुसा दी और दबाने लगा मुझे बहुत दर्द हो रहा था फिर उसने इंजेक्शन निकाला तो मेरी नाभि में खून आ रहा था उसने रुई से साफ किया। मुझे रस्सी से खोला मैंने मुँह से कपडा निकाला तो तुरंत ही मुझे उलटी आ गयी। डॉक्टर ने मुझे दवाई दी मेरी नाभि में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मुझसे चला नहीं जा रहा था। अगले दिन आखिरी इंजेक्शन लगना था। जबकि मेरी नाभि में बहुत ही ज्यादा दर्द था और हल्का खून भी आ रहा था इंजेक्शन तो दूर मुझसे हाथ भी नहीं लगाया जा रहा था। मैं जैसे तैसे घर आ गयी। अगले दिन फिर गयी मैं ससुर जी के साथ ही साड़ी ही पहनी थी रोज की तरह घूँघट में ही थी। नाभि में बहुत दर्द था। डॉक्टर ने अंदर लेटने को कहा मैं चुप चाप जाकर लेट गयी साड़ी नाभि से 4 इंच नीचे थी। नाभि में हल्का खून था मैं सीधे लेट गयी डॉक्टर अंदर आये और आते ही मुझसे बिना पूछे मुझे बांधने लगे। मैंने कुछ नहीं बोला उन्होंने रस्सी से मेरे हाथ और पैर बैड से बांध दिए। फिर वही गन्दा कपडा उठाया और मेरा घूँघट हटा कर मुँह खोलने को बोला मैं उनसे कहना चाह रही थी की मेरी नाभि में बहुत ज्यादा दर्द है इंजेक्शन कमर में या हाथ में लगा दो। मैंने जैसे ही बोलने के लिए मुँह खोला उन्होंने मेरी बात शुरू होने से पहले ही उस गंदे कपडे को मुंह में ठूंस दिया। मैं कुछ बोल ही नहीं पायी आँखों से इशारा कर रही थी पर उन्होंने तुरंत बिना देखे घूँघट कर दिया। मुझे उलटी आने लगी और कुछ दिख भी नहीं रहा था। और डर भी लग रहा था क्यूंकि नाभि में बहुत दर्द था। उन्होंने इंजेक्शन भरा और मेरी नाभि को साफ किया मुझे रुई से भी दर्द हो रहा था मैं चिल्लाने की कोशिश कर रही थी पर उसने ध्यान नहीं दिया मैंने बहुत मुश्किल से पेट को हिलने से रोका डॉक्टर ने एक हाथ मेरे पेट पर रखा नाभि को चौड़ा किया और एक झटके से इंजेक्शन सीधे नाभि के बीच घुसा दिया मुझे तो ऐसा लगा जैसे किसी ने नाभि में चाकू ही घुसा दिया मैं तड़प रही थी चिल्लाने की बहुत कोशिश कर रही थी मेरे मुँह में कपडा होने से आवाज़ घु घु की आ रही थी डॉक्टर ने ध्यान ही नहीं दिया मेरी आंखों से आंसू आ गए बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था मेरी नाभि में जैसे ही उसने इंजेक्शन दबाया मेरी जान ही निकल गयी और उलटी भी आ गयी मुंह में कपडा होने की वजह से उलटी मुँह में अंदर ही थी मेरी हालत बहुत ख़राब हो गयी थी। उसने इंजेक्शन निकल कर नाभि में रुई घुसा दी। और ऊँगली से मसल दी। फिर मेरे हाथ खोले तो मैंने सबसे पहले मुँह में ठूंसा हुआ कपड़ा निकाला और उलटी की फिर डॉक्टर ने बोला 3 इंजेक्शन हो गए अब आने की ज़रूरत नहीं मैंने राहत की साँस ली और डॉक्टर को नाभि दिखाई और कहा दर्द बहुत ज्यादा है उन्होंने कहा थोड़ी दिन में ठीक हो जायेगा नहीं तो दिखा जाना मैंने कहा ठीक है और हम घर आ गए मेरी नाभि 1 महीने बाद ठीक हो गयी। डॉक्टर ने मुझे बांध कर मुंह बंद करके इंजेक्शन लगाए ये बात मैंने किसी से नहीं कही शायद डॉक्टर ठीक था अपनी जगह उसने मेरे सेफ्टी के लिए ही मुझे बांधा तो दोस्तों आपकी क्या राय है इस बारे में कमेंट में ज़रूर बताये धन्यवाद
तो दोस्तो कैसी लगी आपको सुमन की ये कहानी हमें ज़रूर बताना और किसी के पास नाभि इंजेक्शन की असली कहानी हो तो मेल करे akashgoyal9111@gmail.com पर हम नाभि पर पियर्सिंग भी करते है किसी को करवाना हो तो सम्पर्क करे
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