हेलो दोस्तों मेरा नाम आकाश है जो फीमेल की नाभि का दीवाना है एक बार फिर से हाज़िर हूँ एक नई और सच्ची कहानी के साथ. नाभि में torture या पियर्सिंग करवाने के लिए मुझसे संपर्क करे तो दोस्तों अब सीधे कहानी पर आते है ये कहानी है कोलकाता की रहने वाली एक 48 साल की महिला की जिसका नाम है पूजा और पूजा एक ऐसी महिला है जिसके पेट पर अब नाभि नहीं है तो इस कहानी में मैं बताऊंगा की पूजा की नाभि कहा गयी तो शुरू करते है ये कहानी पूजा के बेटे राहुल की जुबानी से राहुल की उम्र अब 26 साल है हेलो दोस्तों मैं राहुल हु हम कोलकाता में रहते है मेरे परिवार में मैं मेरी छोटी बहन मेरी माँ और मेरे पापा है ये बात आज से 17 साल पहले की है जब मेरी मम्मी की उम्र 31 साल थी मेरी मम्मी का पेट बहुत मोटा है और नाभि बहुत ही गहरी है मैं उस समय 9 साल का था मैं कई बार मम्मी की नाभि से खेलता था ऊँगली डालता था मुझे बहुत मज़ा आता था। मम्मी का पेट मोटा होने के कारण वो अपनी नाभि की ठीक से सफाई नहीं कर पाती थी इसी वजह से उनकी नाभि में दर्द रहने लगा धीरे धीरे ये बढ़ता ही चला गया हम बहुत गरीब है इसलिए मम्मी ने डॉक्टर को नहीं दिखाया पैसो की वजह से दर्द सहन करती रही फिर एक दिन जब दर्द बहुत ज्यादा हो गया तो मैं और पापा मम्मी को सरकारी हॉस्पिटल लेकर गए मम्मी ने सलवार कुर्ती पहनी थी डॉक्टर एक 40 साल का आदमी था जो उस टाइम फ्री था और एक वार्ड बॉय जो 25 साल का था उसके पास था हम अंदर गए मम्मी मरीज़ वाली टेबल पर बैठ गयी डॉक्टर ने पूछा क्या हुआ मम्मी ने बताया कुछ दिनों से नाभि में दर्द हो रहा है डॉक्टर ने अंदर लेटने को कहा मम्मी अंदर लेट गयी मम्मी सलवार नाभि के ऊपर बांधती थी उस टाइम फिर डॉक्टर अंदर गया मैं पापा और उसका वार्ड बॉय बाहर ही थे हम उनकी बातें सुन सकते थे डॉक्टर ने पर्दा किया और मम्मी को पेट खोलने को बोला मम्मी ने कुर्ती ऊपर करके सलवार निचे खिसका दी मम्मी का खुला पेट और गहरी नाभि डॉक्टर के सामने थी डॉक्टर ने अपनी एक ऊँगली नाभि में लगायी तो मम्मी उछल गयी और बोली दर्द हो रहा है डॉक्टर ने बोला चेक तो करने दो फिर उसने टोर्च नाभि पर लगाई और झुककर अंदर देखने लगा मम्मी हिल रही थी डॉक्टर उसमे ऊँगली मार रहा था मम्मी की नाभि से गन्दा पानी जैसा कुछ निकल रहा था डॉक्टर की ऊँगली गीली हो गयी फिर उसने अपने असिस्टेंस से कुछ कहा वो बाहर से कुछ लेकर आया चिमटी जैसा और अंदर चला गया जहा डॉक्टर और मम्मी थे और वो चिमटी जैसा चीज़ डॉक्टर को दे दिया और डॉक्टर ने उसे मम्मी की नाभि की गहराई में घुसा दिया वो घुसते ही मम्मी ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी दर्द हो रहा है प्लीज निकालो इसे और उछल रही थी डॉक्टर ने पापा को अंदर बुलाया और मम्मी के हाथ पकड़ने को बोला। पापा ने मम्मी के हाथ पकड़ लिए और उस असिस्टेंस ने मम्मी के पैर पकड़ लिए मम्मी चिला रही थी डॉक्टर वो चिमटी नाभि में घुमा रहा था कुछ देर घुमाने के बाद उसने वो चिमटी निकाल ली उसपे मम्मी की नाभि का खून लगा था डॉक्टर ने असिस्टेंस को कुछ बोला और बाहर आ गया पापा भी बाहर आ गए मम्मी अंदर ही थी वो असिस्टेंस उनकी नाभि को साफ कर रहा था रुई से फिर वो दोनों भी बाहर आ गए। पापा ने पूछा क्या हुआ है डॉक्टर ने कहा इनकी नाभि में बहुत ज्यादा इन्फेक्शन है नाभि में 30 इंजेक्शन लगेंगे उस से ठीक हो गयी तो ठीक है नहीं तो ऑपरेशन से नाभि निकालनी ही पड़ेगी और कोई इलाज नहीं है। मम्मी 30 इंजेक्शन का नाम सुनते ही घबरा गयी क्यूंकि वो भी नाभि में लगने थे और वंहा पहले ही बहुत दर्द था मम्मी ने कहा ऑपरेशन ही ठीक है तो पापा बोले मेरे पास इतने पैसे नहीं है इंजेक्शन ही ले लो क्यूंकि सरकारी हॉस्पिटल में वो इंजेक्शन फ्री में लगने थे मम्मी रोने लगी तो पापा ने समझा कर मना लिया और डॉक्टर को बोला की इंजेक्शन लगा दो डॉक्टर ने इंजेक्शन रूम में चलने को कहा तो हम लोग चले गए वंहा और मम्मी को लिटा दिया गया पेट खोलकर उनकी गहरी नाभि भी खुली थी डॉक्टर और असिस्टेंस इंजेक्शन तैयार कर रहे थे मैंने देखा की वो इंजेक्शन बहुत बड़ा था शायद 100 ml का होगा उसकी सुई भी बहुत मोटी और लम्बी थी मम्मी तो देखते ही डर गयी और रोने लगी ज़ोर ज़ोर से मैं और पापा वही थे हमे बोल रही थी मुझे नहीं लगवाना दर्द होगा बहुत पापा कुछ नहीं बोले डॉक्टर और असिस्टेंस मम्मी के पास आये मम्मी का मोटा पेट उनके सामने था डॉक्टर ने मम्मी के पेट पर हाथ लगाया और असिस्टेंस ने पेट को पकड़ लिया डॉक्टर ने मम्मी की नाभि में रुई लगाई डेटोल से साफ की तो मम्मी उछल ने लगी हाथ पांव हिलाने लगी डॉक्टर इंजेक्शन लगा नहीं पा रहा था उसने मम्मी को बोला हिलिए मत इंजेक्शन गलत जगह लग जायेगा पर मम्मी रो रही थी और हिल रही थी डॉक्टर ने अपने असिस्टेंस को कुछ कहा वो बाहर चला गया और 3 आदमियों के साथ वापस आया वो तीन आदमी एक 40 साल का था दूसरा 32 साल का और तीसरा 24 साल का था फिर आते ही उन लोगों ने मम्मी को पकड़ लिया पर मम्मी काफी मजबूत थी इतने आदमियों से भी नहीं पकड़ी गयी फिर उनमे से एक बाहर गया दोबारा और रस्सी लेकर आया फिर उन चारो ने मिलकर मम्मी के हाथ पैर रस्सी से बांध दिए और 2 आदमियों ने मम्मी का पेट पकड़ लिया और 1 आदमी ने मम्मी की गहरी नाभि को फैलाया और चौथा आदमी डॉक्टर को इंजेक्शन दे रहा था मम्मी चिल्ला रही थी बहुत फिर हम दोनों को डॉक्टर ने बाहर भेज दिया कमरे से मम्मी के चिल्लाने की आवाज़ बाहर तक आ रही थी शोर वजह से वहा काफी भीड़ लग गयी थी मैंने शीशे में देखा डॉक्टर मम्मी की नाभि में ऊँगली डाल कर कुछ लगा रहा था फिर उसने इंजेक्शन उठाया और मम्मी की गहरी नाभि के एक दम बीचो बीच नाभि की गाँठ में घुसा दिया और पूरी सुई अंदर घुस गयी मम्मी बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और हिलने की कोशिश कर रही थी पर इस बार हाथ पैर बंधे होने के कारण कुछ नहीं कर सकी डॉक्टर धीरे धीरे दवाई घुसा रहा था पुरे 2 मिनट तक उसने इंजेक्शन घुसा कर रखा फिर एक झटके से निकाल लिया मम्मी की गहरी नाभि में खून आ रहा था डॉक्टर ने कॉटन रख दी और बाहर आ गया वो चारों अभी अंदर ही थे फिर एक आदमी ने मम्मी की नाभि में बड़ी सी रुई ठूसकर ऊपर से टेप चिपका दी और मम्मी को खोल दिया फिर हम अंदर गए मम्मी रो रही थी पापा ने संभाला और हम घर आ गए। अगले दिन हम फिर गए डॉक्टर के पास कुछ मरीज थे उनके जाने के बाद जब कोई नहीं था तो डॉक्टर इंजेक्शन रूम में ले गए मम्मी पहले ही रोने लग गयी थी और लेट गयी आज भी सलवार सूट पहना था मम्मी अपनी सलवार का नाडा खोलकर नाभि और पेट खोलकर लेट गयी। मम्मी की गहरी नाभि में रुई ठुंसी हुई थी और ऊपर टेप थी। वो चारो आदमी आये और मम्मी के हाथ पैर बांधने लगे बांधने के बाद 2 लोगों ने पेट को पकड़ा और 1 आदमी ने टेप को खिंच दिया मम्मी की चीख निकल गयी फिर उसने नाभि के रुई निकाली और डेटोल से साफ करने लगा मम्मी को जलन हो रही थी और वो चीख रही थी फिर डॉक्टर आये तो उसने डॉक्टर को वही बड़ा वाला इंजेक्शन दे दिया हम लोग बाहर आ गए डॉक्टर ने पेट दबाया और नाभि में ऊँगली और चिमटी डालकर चेक किया और फिर वो इंजेक्शन मम्मी की गहरी नाभि में घुसा दिया मम्मी की चीखने की आवाज़ आने लगी थी बाहर तक। डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया और झटके से निकाल कर रुई रख दी और चला गया उस असिस्टेंस ने मम्मी की नाभि का खून साफ किया और फिर से रुई भरकर पट्टी कर दी फिर कुछ देर में वो सभी बाहर आ गए। और मम्मी भी आ गयी फिर हम चले गए अगले दिन फिर वही सब हुआ ऐसा रोज होता और 16 इंजेक्शन लग चुके थे इसी तरह मम्मी की नाभि सूज कर फूल गयी थी पर फर्क कुछ भी नहीं था। फिर हम 17 इंजेक्शन लगवाने गए मम्मी की नाभि सूजी हुई थी और टेप से बंद थी आज मम्मी ने साड़ी पहनी थी और नाभि के नीचे बांध रखी थी मम्मी की नाभि बंद थी तो सब लोग उसे ही देख रहे थे। जब हम वहां पहुंचे तो वो डॉक्टर छुट्टी पर था 1 महीने के लिए उसकी जगह एक 55 साल का डॉक्टर बैठा था। उसके पूछने पर असिस्टेंस ने उसे सब बता दिया डॉक्टर ने कहा चेक करना होगा की इंजेक्शन से फर्क हो रहा है या नहीं मम्मी लेट गयी साड़ी पहले ही नीचे थी डॉक्टर ने खुद पट्टी निकाली और टोर्च लाइट नाभि में मारी फिर वो अपनी ऊँगली डालने लगा नाभि के अंदर तो मम्मी हिलने लगी और चीखने लगी इस डॉक्टर को गुस्सा जल्दी आता था उसे गुस्सा आ गया और उसने ज़ोर से ऊँगली से नाभि को दबा दिया।फिर उसने वही चिमटी डालकर चेक किया काफी देर तक।
मम्मी रोने लग गयी। फिर वो बोला इंजेक्शन की डोज़ बढ़ानी होगी और 150 ml का इंजेक्शन मंगवा लिया। मम्मी मना करने लगी तो पापा ने मनाने की कोशिश की पर नहीं मानी और चिल्लाने लगी वंहा भीड़ हो गयी लोगों की डॉक्टर ने असिस्टेंस को कुछ कहा और वो चारो आदमियों के साथ आ गया और उन चारो ने मम्मी को पकड़ कर बेड से बांध दिया मम्मी लगातार चिला रही थी हमें बाहर भेज दिया मम्मी की आवाज़ आ रही थी बाहर तक फिर मैंने देखा उनमे से 1 आदमी कुछ लेकर गया था रूम में सफेद सफेद दिख रहा था और एक काले रंग का कपडा था मैंने शीशे में से देखा तो वो एक सफ़ेद रंग की पट्टी थी जो जखम पर लगाते है डॉक्टर फिर मैंने इग्नोर कर दिया डॉक्टर अंदर गए फिर अचानक मम्मी के चिल्लाने की आवाज़ कम हो गयी मैंने देखा तो वो सफेद पट्टी मम्मी के मुंह में ठूँस दी थी उन लोगों ने जिस से मम्मी के मुँह से केवल गऊ गूऊऊऊ की आवाज़ आ रही थी और वो काले रंग की पट्टी मम्मी की आंखों पर बांध दी थी मैंने देखा डॉक्टर ने इंजेक्शन लिया नाभि को साफ करके एक झटके से बेरहमी से मम्मी की गहरी नाभि में बीचो बीच घुसा दिया मम्मी ने बहुत हिलने की कोशिश की और चिल्लाने की भी पर न तो वो हिल सकती थी और न ही चिल्ला सकती थी क्यूंकि हाथ पैर बंधे थे मुँह में वो पट्टी ठूंसी हुई थी 2 आदमियों के पेट पकड़ा हुआ था और मैंने देखा डॉक्टर ने मम्मी की नाभि पर एक चिमटी लगा रखी थी वो चिमटी शायद नाभि को चौड़ा रखने के लिए थी। पुरे 3 मिनट तक वो इंजेक्शन की मोटी सुई मम्मी की गहरी नाभि में घुसी हुई थी फिर डॉक्टर ने इंजेक्शन निकाल कर रुई से साफ किया मम्मी की नाभि पूरी भर गयी खून से डॉक्टर चला गया वो चिमटी अभी तक लगी हुई थी असिस्टेंस मम्मी की नाभि में डेटोल लगा कर साफ कर रहा था और फिर नाभि में रुई ठूसकर टेप लगा दी और मम्मी के हाथ पैर खोल दिए और मुँह में ठूंसी हुई पट्टी निकाल दी। मुँह खुलते ही मम्मी रोने लगी ज़ोर ज़ोर से और बाहर आ गयी फिर हम चले गए अगले दिन से रोज़ मम्मी को ऐसे ही इंजेक्शन लगते हाथ पैर बांधकर और अब तो मुंह में पट्टी भी ठूसते थे और आंखों पर पट्टी बांध देते थे जैसे करके 30 इंजेक्शन पुरे हुए। मम्मी की नाभि जो बहुत गहरी थी फूलकर बाहर निकल गयी थी और लाल हो गयी थी गन्दा पानी निकल रहा था और नाभि के बीचो बीच जहा इंजेक्शन लगे थे वंहा निशान बन गया था जिसमे से खून निकल रहा था क्यूंकि लास्ट इंजेक्शन के बाद डॉक्टर ने पट्टी नहीं की नाभि खुली हुई थी। अगले दिन हम फिर चेकउप के लिए गए मम्मी की नाभि बाहर निकल गयी थी और दर्द पहले से भी ज्यादा था मम्मी ने आज सलवार सूट पहना था पेट तो मोटा था ही नाभि बाहर निकलकर सूज गयी थी इतनी ज्यादा सूज गयी थी की सूट से भी पता लग रहा था की नाभि बाहर है। हम पहुंचे तो डॉक्टर ने मम्मी को लेटाया फिर पेट खोला और पापा को भी बुला लिया उनके सामने चेक कर रहा था मम्मी बोली दर्द बहुत ज्यादा है। डॉक्टर ने टोर्च से चेक की पहले फिर ऊँगली से दबाया नाभि को तो मम्मी चिल्लाई फिर वो बाहर गया और वो चिमटी लाया और नाभि को पकड़ा उस से तो मम्मी चिल्लाने लगी और रोने लगी डॉक्टर अपना काम कर रहा था फिर वो बोला इनकी नाभि में कोई फर्क नहीं है ऑपरेशन ही करना होगा नाभि को काटना होगा पूरा और कोई इलाज नहीं है पापा ने सोचा कुछ देर फिर हा कर दिया और कोई ऑप्शन नहीं था। फिर डॉक्टर ने अपने असिस्टेंस को बुलाकर बता दिया की ऑपरेशन की तैयारी कर लो वो लोग तैयारी में लग गए। फिर मम्मी को ऑपरेशन रूम में लेकर जा रहे थे मम्मी रो रही थी पापा समझा रहे थे की कुछ नहीं होगा। फिर मैंने देखा मम्मी को अंदर ले गए मम्मी के रोने की आवाज़ आ रही थी बाहर तक हम बाहर थे फिर मैंने देखा वो चारो आदमी अंदर गए उनके पास रस्सी और वो मुंह में ठूंसने वाली पट्टी भी थी उनके अंदर जाने के 5 मिंट बाद डॉक्टर अंदर गए मम्मी की आवाज़ बहुत तेज आ रही थी चिल्लाने की जैसे इंजेक्शन लग रहे हो पर मुझे कुछ नहीं दिख रहा था थोड़ी देर में मम्मी की आवाज़ कम हो गयी गऊ गूऊऊऊ की आवाज़ आने लगी शायद मम्मी का मुँह बंद हो गया था। फिर थोड़ी देर बाद आवाज़ बिलकुल बंद हो गयी थी और 1 घंटे बाद मम्मी को बाहर लाये तो मम्मी बेहोश थी उनकी नाभि वाली जगह पर पट्टी की हुई थी 3 घंटे बाद मम्मी को होश आया तो मम्मी ने बताया की अंदर जाने के बाद उनके साथ क्या हुआ था। सबसे पहले तो उनके हाथ पैर बहुत ही टाइट रस्सी से बांध दिए गए थे और पेट पर भी रस्सी से बांध दिया गया था।फिर उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी फिर उनकी नाभि पर चिमटी लगाई गयी थी नाभि को खोले रखने के लिए फिर जब वो बहुत चिल्लाने लगी तो डॉक्टर के कहने पर उनके मुंह में वो पट्टी ठूँस दी गयी जिस से उनकी आवाज़ दब गयी फिर डॉक्टर ने 4 इंजेक्शन नाभि के सेण्टर पॉइंट में लगाए जिसमे से 2 इंजेक्शन सुन करने के लिए थे और 2 बेहोश करने के लिए उस से मम्मी पर कोई असर नहीं हुआ वो तड़प रही थी फिर एक इंजेक्शन हाथ पर लगाया गया और वो बेहोश हो गयी बेहोश होते टाइम उनके हाथ पैर बंधे थे मुँह में वो पट्टी थी फिर जब होश आया तब नाभि कट चुकी थी बिलकुल दर्द नहीं था वह क्युकी वो सुन हो गया था हाथ पैर और मुँह भी खुले थे डॉक्टर नाभि में टांके लगा रहा था मम्मी देख रही थी सब डॉक्टर ने बोला आपकी नाभि काट दी है अब कोई दर्द नहीं होगा फिर वो चला गया और उनके असिस्टेंस ने नाभि पर पट्टी कर दी। 3 दिन तक मम्मी को वहां रखा गया जब घर भेजा तो डॉक्टर ने खुद मम्मी की नाभि का चेकउप किया मैं वही था उसने पट्टी उतार दी और फिर डेटोल से साफ किया मम्मी को जलन हो रही थी उनकी नाभि गायब थी बस टांकों के धागे दिख रहे थे नाभि सिली हुई थी फिर उसने देखकर कहा की अब ठीक है 15 दिन बाद टाँके खोल देंगे और दूसरी पट्टी कर दी। फिर हम घ्रर आ गए। 15 दिन बाद मम्मी टांके खुलवाने गयी तब भी सलवार सूट पहना था पापा बाहर गए हुए थे तो मैं और मम्मी गए थे डॉक्टर ने पूछा अब कैसे है मम्मी बोली जी ठीक है अब तो फिर वो मम्मी को रूम में ले गया मैं भी वही था साथ में मम्मी को लिटा दिया और असिस्टेंस रस्सी लाया तो मम्मी ने कहा अब बांधने की क्या ज़रूरत है दर्द नहीं है तो उसने कहा डॉक्टर साहब ने कहा है ब्लेड से टांके काटेंगे तो आप हिली तो ब्लेड लग जायेगा पेट पर इसलिए बांध रहा हु फिर मम्मी ने आराम से बंधवा लिया फिर उसने मम्मी की नाभि वाली जगह साफ की तो मम्मी को जलन हुई फिर डॉक्टर आये और ब्लेड से टांके काटने लगे मम्मी थोड़ा हिली तो असिस्टेंस ने पकड़ लिया मम्मी का मोटा पेट 2 मिनट में मम्मी के टांके काट दिए फिर मम्मी को उठा दिया और कुछ दवाई लिख दी फिर हम घर आ गए मेरी मम्मी की नाभि ख़तम हो चुकी थी सिर्फ गहरी नाभि का निशान रह गया था।
तो दोस्तों ये थी दोस्त की मम्मी की नाभि की मस्त और सच्ची कहानी ये कहानी आपको कैसी लगी मुझे ज़रूर बताना और किसी को अपनी नाभि में टार्चर और पियर्सिंग करवाना हो तो कांटेक्ट करना जल्द ही कोई नई कहानी के साथ हाज़िर होऊंगा
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मम्मी रोने लग गयी। फिर वो बोला इंजेक्शन की डोज़ बढ़ानी होगी और 150 ml का इंजेक्शन मंगवा लिया। मम्मी मना करने लगी तो पापा ने मनाने की कोशिश की पर नहीं मानी और चिल्लाने लगी वंहा भीड़ हो गयी लोगों की डॉक्टर ने असिस्टेंस को कुछ कहा और वो चारो आदमियों के साथ आ गया और उन चारो ने मम्मी को पकड़ कर बेड से बांध दिया मम्मी लगातार चिला रही थी हमें बाहर भेज दिया मम्मी की आवाज़ आ रही थी बाहर तक फिर मैंने देखा उनमे से 1 आदमी कुछ लेकर गया था रूम में सफेद सफेद दिख रहा था और एक काले रंग का कपडा था मैंने शीशे में से देखा तो वो एक सफ़ेद रंग की पट्टी थी जो जखम पर लगाते है डॉक्टर फिर मैंने इग्नोर कर दिया डॉक्टर अंदर गए फिर अचानक मम्मी के चिल्लाने की आवाज़ कम हो गयी मैंने देखा तो वो सफेद पट्टी मम्मी के मुंह में ठूँस दी थी उन लोगों ने जिस से मम्मी के मुँह से केवल गऊ गूऊऊऊ की आवाज़ आ रही थी और वो काले रंग की पट्टी मम्मी की आंखों पर बांध दी थी मैंने देखा डॉक्टर ने इंजेक्शन लिया नाभि को साफ करके एक झटके से बेरहमी से मम्मी की गहरी नाभि में बीचो बीच घुसा दिया मम्मी ने बहुत हिलने की कोशिश की और चिल्लाने की भी पर न तो वो हिल सकती थी और न ही चिल्ला सकती थी क्यूंकि हाथ पैर बंधे थे मुँह में वो पट्टी ठूंसी हुई थी 2 आदमियों के पेट पकड़ा हुआ था और मैंने देखा डॉक्टर ने मम्मी की नाभि पर एक चिमटी लगा रखी थी वो चिमटी शायद नाभि को चौड़ा रखने के लिए थी। पुरे 3 मिनट तक वो इंजेक्शन की मोटी सुई मम्मी की गहरी नाभि में घुसी हुई थी फिर डॉक्टर ने इंजेक्शन निकाल कर रुई से साफ किया मम्मी की नाभि पूरी भर गयी खून से डॉक्टर चला गया वो चिमटी अभी तक लगी हुई थी असिस्टेंस मम्मी की नाभि में डेटोल लगा कर साफ कर रहा था और फिर नाभि में रुई ठूसकर टेप लगा दी और मम्मी के हाथ पैर खोल दिए और मुँह में ठूंसी हुई पट्टी निकाल दी। मुँह खुलते ही मम्मी रोने लगी ज़ोर ज़ोर से और बाहर आ गयी फिर हम चले गए अगले दिन से रोज़ मम्मी को ऐसे ही इंजेक्शन लगते हाथ पैर बांधकर और अब तो मुंह में पट्टी भी ठूसते थे और आंखों पर पट्टी बांध देते थे जैसे करके 30 इंजेक्शन पुरे हुए। मम्मी की नाभि जो बहुत गहरी थी फूलकर बाहर निकल गयी थी और लाल हो गयी थी गन्दा पानी निकल रहा था और नाभि के बीचो बीच जहा इंजेक्शन लगे थे वंहा निशान बन गया था जिसमे से खून निकल रहा था क्यूंकि लास्ट इंजेक्शन के बाद डॉक्टर ने पट्टी नहीं की नाभि खुली हुई थी। अगले दिन हम फिर चेकउप के लिए गए मम्मी की नाभि बाहर निकल गयी थी और दर्द पहले से भी ज्यादा था मम्मी ने आज सलवार सूट पहना था पेट तो मोटा था ही नाभि बाहर निकलकर सूज गयी थी इतनी ज्यादा सूज गयी थी की सूट से भी पता लग रहा था की नाभि बाहर है। हम पहुंचे तो डॉक्टर ने मम्मी को लेटाया फिर पेट खोला और पापा को भी बुला लिया उनके सामने चेक कर रहा था मम्मी बोली दर्द बहुत ज्यादा है। डॉक्टर ने टोर्च से चेक की पहले फिर ऊँगली से दबाया नाभि को तो मम्मी चिल्लाई फिर वो बाहर गया और वो चिमटी लाया और नाभि को पकड़ा उस से तो मम्मी चिल्लाने लगी और रोने लगी डॉक्टर अपना काम कर रहा था फिर वो बोला इनकी नाभि में कोई फर्क नहीं है ऑपरेशन ही करना होगा नाभि को काटना होगा पूरा और कोई इलाज नहीं है पापा ने सोचा कुछ देर फिर हा कर दिया और कोई ऑप्शन नहीं था। फिर डॉक्टर ने अपने असिस्टेंस को बुलाकर बता दिया की ऑपरेशन की तैयारी कर लो वो लोग तैयारी में लग गए। फिर मम्मी को ऑपरेशन रूम में लेकर जा रहे थे मम्मी रो रही थी पापा समझा रहे थे की कुछ नहीं होगा। फिर मैंने देखा मम्मी को अंदर ले गए मम्मी के रोने की आवाज़ आ रही थी बाहर तक हम बाहर थे फिर मैंने देखा वो चारो आदमी अंदर गए उनके पास रस्सी और वो मुंह में ठूंसने वाली पट्टी भी थी उनके अंदर जाने के 5 मिंट बाद डॉक्टर अंदर गए मम्मी की आवाज़ बहुत तेज आ रही थी चिल्लाने की जैसे इंजेक्शन लग रहे हो पर मुझे कुछ नहीं दिख रहा था थोड़ी देर में मम्मी की आवाज़ कम हो गयी गऊ गूऊऊऊ की आवाज़ आने लगी शायद मम्मी का मुँह बंद हो गया था। फिर थोड़ी देर बाद आवाज़ बिलकुल बंद हो गयी थी और 1 घंटे बाद मम्मी को बाहर लाये तो मम्मी बेहोश थी उनकी नाभि वाली जगह पर पट्टी की हुई थी 3 घंटे बाद मम्मी को होश आया तो मम्मी ने बताया की अंदर जाने के बाद उनके साथ क्या हुआ था। सबसे पहले तो उनके हाथ पैर बहुत ही टाइट रस्सी से बांध दिए गए थे और पेट पर भी रस्सी से बांध दिया गया था।फिर उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी फिर उनकी नाभि पर चिमटी लगाई गयी थी नाभि को खोले रखने के लिए फिर जब वो बहुत चिल्लाने लगी तो डॉक्टर के कहने पर उनके मुंह में वो पट्टी ठूँस दी गयी जिस से उनकी आवाज़ दब गयी फिर डॉक्टर ने 4 इंजेक्शन नाभि के सेण्टर पॉइंट में लगाए जिसमे से 2 इंजेक्शन सुन करने के लिए थे और 2 बेहोश करने के लिए उस से मम्मी पर कोई असर नहीं हुआ वो तड़प रही थी फिर एक इंजेक्शन हाथ पर लगाया गया और वो बेहोश हो गयी बेहोश होते टाइम उनके हाथ पैर बंधे थे मुँह में वो पट्टी थी फिर जब होश आया तब नाभि कट चुकी थी बिलकुल दर्द नहीं था वह क्युकी वो सुन हो गया था हाथ पैर और मुँह भी खुले थे डॉक्टर नाभि में टांके लगा रहा था मम्मी देख रही थी सब डॉक्टर ने बोला आपकी नाभि काट दी है अब कोई दर्द नहीं होगा फिर वो चला गया और उनके असिस्टेंस ने नाभि पर पट्टी कर दी। 3 दिन तक मम्मी को वहां रखा गया जब घर भेजा तो डॉक्टर ने खुद मम्मी की नाभि का चेकउप किया मैं वही था उसने पट्टी उतार दी और फिर डेटोल से साफ किया मम्मी को जलन हो रही थी उनकी नाभि गायब थी बस टांकों के धागे दिख रहे थे नाभि सिली हुई थी फिर उसने देखकर कहा की अब ठीक है 15 दिन बाद टाँके खोल देंगे और दूसरी पट्टी कर दी। फिर हम घ्रर आ गए। 15 दिन बाद मम्मी टांके खुलवाने गयी तब भी सलवार सूट पहना था पापा बाहर गए हुए थे तो मैं और मम्मी गए थे डॉक्टर ने पूछा अब कैसे है मम्मी बोली जी ठीक है अब तो फिर वो मम्मी को रूम में ले गया मैं भी वही था साथ में मम्मी को लिटा दिया और असिस्टेंस रस्सी लाया तो मम्मी ने कहा अब बांधने की क्या ज़रूरत है दर्द नहीं है तो उसने कहा डॉक्टर साहब ने कहा है ब्लेड से टांके काटेंगे तो आप हिली तो ब्लेड लग जायेगा पेट पर इसलिए बांध रहा हु फिर मम्मी ने आराम से बंधवा लिया फिर उसने मम्मी की नाभि वाली जगह साफ की तो मम्मी को जलन हुई फिर डॉक्टर आये और ब्लेड से टांके काटने लगे मम्मी थोड़ा हिली तो असिस्टेंस ने पकड़ लिया मम्मी का मोटा पेट 2 मिनट में मम्मी के टांके काट दिए फिर मम्मी को उठा दिया और कुछ दवाई लिख दी फिर हम घर आ गए मेरी मम्मी की नाभि ख़तम हो चुकी थी सिर्फ गहरी नाभि का निशान रह गया था।
तो दोस्तों ये थी दोस्त की मम्मी की नाभि की मस्त और सच्ची कहानी ये कहानी आपको कैसी लगी मुझे ज़रूर बताना और किसी को अपनी नाभि में टार्चर और पियर्सिंग करवाना हो तो कांटेक्ट करना जल्द ही कोई नई कहानी के साथ हाज़िर होऊंगा
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